पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान हमेशा ही ‘नया पाकिस्तान’ की बात करते हैं. लेकिन उनके फैसलों और नीतियों को देखें तो इसका बिल्कुल उलट दिखाई देता है. हमेशा भारत को कोसने वाली पाकिस्तानी मीडिया ने जब इमरान खान की सरकार पर सवाल उठाने शुरू किए तो एक नया आदेश जारी कर दिया गया है. इसमें सभी न्यूज़ चैनलों से कहा गया है कि टीवी चैनलों पर व्यंग्य एक हद में ही चलाएं.
पाकिस्तान की मीडिया एसोसिएशन पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने 12 जून को एक नोटिस जारी किया है. जिसमें नेताओं के खिलाफ किसी भी तरह के व्यंग्य, कार्टून, मीम आदि चलाने पर रोक लगा दी गई है.
पाकिस्तान सरकार के इस आदेश का खुद पाकिस्तान में ही विरोध हो रहा है, कई बड़े पत्रकार इसे तानाशाही बता रहे हैं. बता दें कि इमरान खान के साथ बीते दिनों कई वाकये ऐसे हुए हैं, जिसने ना सिर्फ दुनिया बल्कि उनके देश में ही उनका मजाक उड़ाने का मौका दिया है. फिर चाहे वह देश को संबोधन में कनेक्शन कट जाना, सऊदी के सुल्तान से मुलाकात के दौरान ब्लंडर होना आदि भी शामिल है.
अब किसी भी तरह के मीम या व्यंग्य को चलाने से पहले परमिशन लेनी होगी. इसके लिए हर मीडिया हाउस में एक इंटरनल कमेटी बनाई जाएगी.
पाकिस्तान के पत्रकार हसन जैदी ट्विटर पर लिखा कि सरकार का आदेश हास्यास्पद है, ना ही कार्टून, ना व्यंग्य छाप सकते हैं. इसे फासिस्म ना कहें तो क्या कहें. उनके अलावा भी कई पत्रकारों ने सवाल खड़े किए हैं.
बता दें कि अभी इमरान खान बिश्केक में हैं, जहां पर वह SCO समिट में हिस्सा ले रहे हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां पर मौजूद हैं. गुरुवार को दोनों नेता आमने-सामने तो आए लेकिन एक-दूसरे से बात नहीं की.